
कैंसर (brain cancer in hindi) का नाम सुनते ही एक बार तो अच्छे-अच्छों की हवा निकल जाती है| कैंसर बहुत ही गंभीर और जानलेवा बीमारी है, अगर समय रहते इस बीमारी का पता चल जाता है, तो बचाव संभव है लेकिन अगर देरी से पता चलता है, तो मौत तक हो सकती है| क्योंकि धीरे-धीरे यह बीमारी गंभीर रूप लेने लगती है|
वैसे कैंसर बहुत तरह का होता है ब्रेस्ट कैंसर, सवाईकल कैंसर, ब्लैडर कैंसर आदि| ऐसा ही एक कैंसर है ब्रेन कैंसर (Brain Cancer), वैसा कहा जाता है की अगर समय से पहले इसका इलाज हो जाए तो अच्छा है| क्योंकि अगर बीमारी ब्रेन ट्यूमर तक पहुँच गई तो फिर जिंदगी ज्यादा दिनों की नहीं रहती|
ब्रेन हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, और सारा शरीर इसी से संचालित होता है, और अगर यही क्षतिग्रस्त हो गया तो पूरा शरीर काम करना बंद कर देता है| ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही भी खतरनाक साबित हो सकती है| आईये जानते है ब्रेन कैंसर क्या है, इसके लक्षण और कारण क्या है तथा इसका बचाव क्या है?
ब्रेन कैंसर क्या है? What is Brain Cancer
जैसा की नाम से जाहिर है ब्रेन कैंसर मतलब दिमाग का कैंसर, यह दिमाग की बीमारी है, जिसमे दिमाग के उतकों में कैंसर कोशिकाएं पैदा होने लगती है, धीरे-धीरे यह कोशिकाएं दिमाग में एक ट्यूमर का आकार ले लेती है जो मस्तिष्क के कार्यों में बाधा पहुंचाता है| ऐसे में याददाश्त कमजोर होना, दिमाग में सनसनी, मांसपेशियों के नियन्त्रण में परेशानी आदि समस्याएं होने लगती है|
जो कैंसर दिमाग में शुरू होता है उसे प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर कहा जाता है| यह दिमाग के किसी भी भाग में विकसित हो सकता है, जो कैंसर शरीर के अन्य भाग से दिमाग में फैलता है उसे सेकेंडरी ब्रेन ट्यूमर कहा जाता है| ब्रेन ट्यूमर दिमाग पर सबसे ज्यादा दबाव डालता है जिससे शरीर के अन्य भागों में समस्याएं पैदा होने लगती है|
ब्रेन कैंसर के लक्षण (Symptoms of Brain Cancer in Hindi)
ब्रेन कैंसर के लक्षण निम्नलिखित प्रकार के होते है।
- दौरे पड़ना
- बहरापन
- नींद में कमी या अनिंद्रा
- थकान
- कमजोरी
- डबल दिखाई देना
- टेंशन
- सोचने-समझने की क्षमता प्रभावित होना
- उल्टी और सिरदर्द. सिरदर्द इसका सबे बड़ा लक्षण है, अगर सुबह तेज सिरदर्द होने लगे तो डॉक्टर को जरुर दिखाएँ|
- चिडचिड़ापन और स्वभाव में बदलाव आना|
- चक्कर आना|
- आँखों की रौशनी कम होना|
- मांसपेशियों में एंठन|
- व्यक्ति के दैनिक क्रिया-कलापों में परेशानी होना|
- बोलने की क्षमता प्रभावित होना या जुबान लडखडाना|
- गले में अकडन|
ब्रेन कैंसर के कारण (Reason of Brain Cancer in Hindi)
- लम्बे समय तक कैमिकल या रेडिएशन के सम्पर्क में रहना, कार्यस्थल पर ऐसी चीजों के सम्पर्क में आ सकते है, या जिन्होंने कभी दिमाग का एक्स-रे, सिटी स्कैन आदि कराया हो|
- बचपन में अगर कैंसर हुआ हो तो ऐसे लोगों को बाद में ब्रेन कैंसर होने का जोखिम अधिक रहता है|
- आनुवंशिक बीमारियाँ|
- लापरवाह दिनचर्या|
- खराब खान-पान|
- उम्र बढ़ने के साथ-साथ ब्रेन कैंसर के जोखिम बढ़ते जाते है|
- HIV और एड्स ग्रसित लोगों में इस तरह के कैंसर होने का ज्यादा खतरा रहता है|
क्यों होता है ब्रेन कैंसर
जब दिमाग की कोशिकाओं में जरूरत से ज्यादा वृद्दि होने लगती है, तो यह ब्रेन कैंसर का कारण बनती है| हमारे शरीर में हर दिन नई कोशिकाएं पनपती है और पुरानी कोशिकाएं मरती जाती है, अगर इस व्यवस्था में गड़बड़ हो जाए तो शरीर में परेशानी पैदा हो जाती है|
ऐसे में नई-नई कोशिकाएं तो पैदा होती रहती है, लेकिन पुरानी कोशिकाएं मरती नहीं है तो धीरे-धीरे यह कोशिकाएं एक गाँठ में बदल जाती है, जिसे कैंसर कहा जाता है|अब यह गाँठ जिस जगह होती है उस जगह कैंसर हो जाता है, अगर यह गाँठ या ट्यूमर दिमाग में होता है, तो उसे ब्रेन कैंसर कहा जाता है| हर ट्यूमर कैंसर नहीं होता लेकिन कौनसा कैंसर बन जाए कह नहीं सकते|
ब्रेन कैंसर की जांच (Checking of Brain Cancer in Hindi)
न्यूरोलॉजिक (तंत्रिका संबधी) जांच :- इसमें डॉक्टर आपके देखने और सुनने, मांसपेशियों की शक्ति की क्षमता का परिक्षण करता है| दिमाग और आँखों को जोड़ने वाली कोशिकाएं तथा आँखों की सुजन आदि का जांच की जाती है|
MRI :- दिमाग के उतकों में बदलाव को देखने के लिए MRI की जाती है, इससे पता चलता है की कहीं कोई ट्यूमर तो नहीं है|
सिटी स्कैन :- दिमाग में ट्यूमर जैसे असामान्य क्षेत्रों को देखने के लिए सिटी स्कैन किया जाता है|
एन्जियोग्राम :- दिमाग के कैंसर को इसकी मदद से देखा जाता है|
बायोप्सी :- इसमें दिमाग की कोशिकाओं को देखने के लिए उत्क का नमूना निकाला जाता है, उतकों के बदलाव की जांच की जाती है| बायोप्सी कैंसर का उपचार करने की योजना बनाने का बेस्ट तरीका है|
जब यह टेस्ट हो जाते है तब डॉक्टर तय करता है, की इसके इलाज के लिए कौनसी विधि अपनानी है| इसके लिए डॉक्टर सर्जरी कर सकता है. माइक्रो सर्जरी, इमेज गाइडेड सर्जरी, एंडोस्कोपी सर्जरी आदि इसके उदहारण है| हालाँकि सर्जरी के साइड इफ़ेक्ट भी हो सकते है लेकिन यह तो स्थिति पर निर्भर करता है|
ब्रेन कैंसर का इलाज (Treatment of Brain Cancer in Hindi)
- रेडियोथैरेपी
- किमोथैरेपी
- सर्जरी
- टार्गेटेड दवा
- उपचार के बाद पुनर्वास जैसे शारीरिक और स्पीच थैरेपी
ब्रेन कैंसर रोकने के उपाय
ब्रेन कैंसर को रोकने के उपाय निम्नलिखित है।
- अच्छी तरह से पूरी नींद ले|
- टेंशन और तनाव से बचें|
- कैमिकल और हानिकारण रसायनों से दुरी बनाये रखें|
- धुम्रपान और तम्बाकू का सेवन ना करें|
- योग और व्यायाम करें|
- जंकफूड से दूर रहें|
- अधिक मात्रा में पानी पीयें|
- ज्यादा से ज्यादा सक्रिय रहें|
- शराब का सेवन ना करें|
- पौष्टिक और सनुलित आहार ले|
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं|
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