
शुगर की बीमारी से करोडो लोग ग्रसित है इसका मुख्य कारण है बढ़ता मानसिक तनाव, शारीरिक श्रम का अभाव और बिगड़ती हुई जीवन शैली। इसी की वज़ह से हमारा पैंक्रियास कमज़ोर पड़ जाता है इससे बचने के उपाय निम्न लिखित है जिनमें हम आपको बताएँगे डायबिटीज का घरेलू उपचार ।
शुगर (मधुमेह) का इलाज | Sugar ka ilaj
मधुमेह एक खतरनाक बीमारी बन गयी है। हमारे खानपान पर नियंत्रित न होना भी डायबिटीज होने का कारण है।आज कल लोग जंकफूड का सेवन कर रहे है। इसका घरेलू इलाज निम्न तरीको से कर सकते है ।
१. मखाना खाने में सूखा व् खुश्क महसूस होता है। मखाने के सेवन से शरीर में इंसुलिन प्राकृतिक रूप से प्रचुर मात्रा में बनने लगता है। मखाने का नियमित रूप से सेवन करने से आपके शरीर में शुगर की मात्रा कम हो जाती है जो डायबिटीज के रोग को शरीर से ख़त्म करने का काम करती है।लेकिन याद रहे मखाने खाली पेट खाये तो बहुत ही लाभकारी है।
२. २ या ३ आंवले लेकर उसके बीज निकल लें फिर उसे पीस कर उसका पेस्ट तैयार कर ले अब साफ़ कपडे में ये पेस्ट डाले और उसका रस निकाल ले फिर इसमें एक कप पानी मिलकर नियमित खाली पेट पिए डायबिटीज नियंत्रित बनी रहेगी।इसको करेले के ज्यूस में मिलाकर भी पी सकते है।
३. डायबिटीज के मरीज को तुलसी के पत्ते का रस निकालकर एक चम्मच रस खाली पेट पीने से शुगर का स्तर कम हो जाता है।क्योकि तुलसी में एंटी ऑक्सीटेंट पाया जाता है। यह शुगर का सबसे अच्छा देसी इलाज है।
४. डायबिटीज के मरीज़ को मेथी भी बहुत फायदा पहुँचाती है इसका उपयोग खून में शुगर के स्तर को नियंत्रित करने के लिए प्रयोग कर सकते है। २ चम्मच मेथी ले इसे रातभर पानी में भिगोएं फिर सुबह खाली पेट मेथी को चबा चबा कर खाये और उसके पानी को धीरे धीरे पिए। लेकिन एक बात याद रखे कि मेथी को खाने से पहले और बाद में आप थोड़ी देर तक लगभग ३० मिनट तक अन्य दूसरी चीजों का सेवन नहीं करे। शुगर के मरीज़ को १०-२० ग्राम मेथी मेथी का प्रतिदिन सेवन करना चाहिए इससे डायबिटीज कण्ट्रोल में रहेगी।
५. सुबह-सुबह खाली पेट करेले का जूस पीने से शुगर कण्ट्रोल में रहेगी। जूस बनाने से पहले करेले के बीज निकाल ले।जूस निकलने के बाद इसमें थोड़ा पानी मिलाये और पिए।इस उपाय को लगातार २ महीने तक करे। आपकी डायबिटीज नियंत्रित रहेगी।
६. डायबिटीज के मरीज को जामुन भी बहुत फायदा करता है। जामुन से रक्त में शुगर के लेवल को कम करने में सहायता करता है। जामुन रोजाना कम से कम १०० ग्राम खाने से शुगर नियंत्रित रहती है।जामुन की गुठली को सुखाकर इसका पाउडर बना ले और १-१ चम्मच दिन में २ बार पानी के साथ ले इससे डायबिटीज नियंत्रित रहती है।
७. आम के पत्ते को भी डायबिटीज कम करने की आयुर्वेदिक दवा में प्रयोग कर सकते है।१० आम के पत्तो को १ गिलास पानी में रातभर के लिए भिगोये, फिर उस पानी को खाली पेट पिए।इसके अलावा आम के पत्तो को सुखाकर पीस ले और प्रतिदिन आधा चम्मच पाउडर दिन में २ बार ले।
८. डायबिटीज के मरीज के लिए गिलोय भी बहुत फायदेमंद है।गिलोय को रातभर पानी में भिगोकर रखे और उसके पानी को सुबह-सुबह पिए इससे भी शुगर नियंत्रित रहती है।
९. डायबिटीज के आयुर्वेदिक उपचार के लिए १ खीरा, १ करेला, १ टमाटर इन तीनो को मिक्सर में डालकर इनका जूस निकाले।एक कप या गिलास आप इसको सुबह शाम पी सकते है।
१०. १ गिलास दूध के साथ १ चम्मच मेथी पाउडर सोने से पहले प्रतिदिन इसका सेवन करे। यह रक्त में शुगर के स्तर को कम करता है। यह डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए भी बहुत अच्छा है।
११. डायबिटीज के मरीज को विटामिन C युक्त सब्जियां और फलो का प्रतिदिन सेवन करना चाहिए।शुगर के मरीज के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।
१२. डायबिटीज के मरीजों को सुबह उठकर खाली पेट तरबूज खाना बहुत ही लाभकारी है। शुगर की बीमारी में प्रतिदिन सोने से पहले एक छोटा चम्मच जैतून का तेल का सेवन करे।इससे आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) का लेवल नियंत्रित रहेगा।
१३. डायबिटीज के मरीज को नीम की कोमल पत्तिया सुबह खाली पेट चबाकर खाने से शुगर नियंत्रित होती है। इसके बहुत ही आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होंगे।
१४. हल्दी का सेवन आवला के रस के साथ बहुत ही लाभकारी है। हल्दी को दूध के साथ भी ले सकते है।
१५. शुगर को नियंत्रित करने के लिए कम से कम ६ घंटे की नींद बहुत ही जरूरी है। अगर आप कपालभाति और अनुलोम-विलोम और प्राणायाम करते है तो आप इनकी सहायता से ही शुगर कण्ट्रोल कर सकते है। ये सब उपाय आप करते रहे साथ ही भरपूर मात्रा में पानी पिए आपको बहुत लाभ मिलेगा।
इसके साथ ही आप योग, प्राणायाम, व्यायाम करते रहे यह आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट में और भी सहायता देंगे।
सामान्यतः शुगर के रोगी इस भ्रान्ति में रहते है की हमारी शुगर नार्मल है या बड़ी होने से भी हमें कोई दिक्कत नहीं है। तो दोस्तों हमारा यह लक्ष्य होना चाहिए की हमारी शुगर हमेशा कण्ट्रोल में रहे। क्योंकि आप सोच भी नहीं सकते की आगे जाके ये बीमारी कितना बड़ा रूप धारण कर सकती है। इसलिए हमें अपने चिकित्सक द्वारा बताई हुई १ दवा या इन्सुलिन ही क्यों न लेना पड़े।
हमारा मकसद आपकी अच्छी सेहत ही है।
Consider also taking natural diabetes treatment